हाथ थामेगा वो जिस दम आपका |
कुछ न कर पायेगा फिर ग़म आपका ||
आपके एहसान हम पर हैं बहुत |
सामना कैसे करें हम आपका ||
गीत गाती सी हवाएं चल पडी |
दे रहा एहसास मौसिम आपका ||
छोटे पड़ जाते सभी अलफ़ाज़ जब |
क्या करें हम ख़ैर-मक़दम आपका ||
जैसे गिरता हो ज़मीं पर आबशार |
हुस्न एसा ही है चमचम आपका ||
धूप में मुरझा न जाए ये कहीं |
फूल सा चेहरा मुलायम आपका ||
रूठता हूँ तो मनाने में मुझे |
वक़्त लगता है बहुत कम आपका ||
डा० सुरेन्द्र सैनी
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